जागो छात्रों कहीं देर न हो जाए : हाॅस्टल के लिए छात्र परेशान, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अधिकारी कर रहे आराम


इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन भले अपने तमाम प्रकियाओं में तेजी लाए लेकिन हाॅस्टल प्रकिया में वह एकदम निष्क्रिय दिखता है या यूँ कहिए हाॅस्टल अलाॅटमेंट की बात सुनकर यहाँ के अधिकारियों को साँप सूघ जाता है। यह कोई नयी बात नही है यह इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन की परंपरा है। आइए तथ्यों के साथ समझते है कि हम ऐसा क्यों कह रहे है...

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सूचना निकालने के नाम पर खा गए 14 दिन 

ज्ञात हो इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने लेटर नंबर 05/R/739/2021 दिनांक 20 सितंबर 2021 को ही ऑफलाइन क्लासेज के संचालन के लिए अधिसूचना जारी करती है और कहती है कि 1 अक्टूबर  2021 से परास्नातक व शोध छात्र-छात्राओ का ऑफलाइन क्लास शुरू होगा। साथ ही यह भी कहा जाता है कि उनका हाॅस्टल अलाॅटमेंट प्रकिया भी DSW द्वारा किया जाएगा। लेकिन इन सबके बावजूद DSW को बार-बार कहने के बावजूद भी सूचना जारी नही कर रहे थे और अंतत: छात्र-छात्राओ के दबाव के बाद लेटर नंबर DSW/27/04/2021 दिनांक 4 अक्टूबर को हाॅस्टल के लिए आवेदन मांगने की सूचना जारी करते है। अब सोचिए 20 सितंबर से 4 अक्टूबर तक के 14 दिन के समय को छात्र-छात्राओ के लिए बर्बाद किया या नही। छात्र-छात्राएँ पैसा तो पूरे सत्र का ही देंगे।

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आवेदन के मंगाने के नाम पर खा गए 17 दिन

यह बताने की जरूरत छात्र-छात्राओ को नही है कि सूचना आ गया है फार्म भर लिजिए, वैसे भी आपकी सूचनाएँ कितना छात्र-छात्राओ तक पहुंचती है यह सबको पता है। छात्र खुद ही परेशान है कि जल्दी आवेदन हो और जल्दी आवंटन हो लेकिन आपने आवेदन मंगाने के नाम पर भी कम समय देने के बजाय 17 दिन खा गए। सोचिए 14 दिन सूचना निकालने में और 17 दिन आवेदन मंगाने में खा गए, आइए आगे देखते है।

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10 दिन में टस से मस नही हुआ आवेदन

परास्नातक के लिए जो हाॅस्टल आवेदन का फार्म मांगा गया था उसके लिए 22 अक्टूबर अंतिम तिथि थी, छात्र-छात्राएँ हैरान परेशान कैसे भी अपना फार्म जमा किए। लेकिन आप सबको जानकर हैरानी होगी आज खबर लिखे जाने तक जब हमने DSW कार्यालय से हाल-चाल लिया तो इन दस दिनों में आपके आवेदन की प्रकिया टस से मस तक नही हुई है। इसका जिम्मेदार कौन है हम नही जानते है पर इतना जरूर जानते है कि हाॅस्टल प्रकिया अगर छात्र-छात्राएँ सक्रिय नही हुए तो अगले साल तक भी ए ले जाएँगे क्योकि हाॅस्टल के आवंटन के नाम पर बीमार हो जाना इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन की परंपरागत आदत है।

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सभी छात्र-छात्राओ को एकजुट होने की जरूरत 

इसी प्रकार UG व अन्य कोर्सेज की भी अधिसूचना जब 17 दिसंबर से जारी हो चुकी है तो क्यों नही हाॅस्टल आवेदन की प्रकिया पहले संपन्न कराया जा रहा। आप समझदार है समझ सकते है। इस विषय पर सभी छात्र-छात्राओ को एक होना होगा अन्यथा ए शायद इस सत्र में हाॅस्टल अलाॅटमेंट कर भी पाएँगे सभी को या नही यह भी मुश्किल ही मालूम पडता है। ज्ञात हो कि आवेदन के बाद कट ऑफ निकलने की प्रकिया, हाॅस्टल लिस्ट जाने की प्रकिया, हाॅस्टल फार्म आने की प्रकिया, हाॅस्टल अलाॅटमेंट की प्रकिया व पाॅजिशन लेने की प्रकिया बाकी ही होती है।

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