इलाहाबाद विश्वविद्यालय मासिक परीक्षा निरस्त , इलाहाबाद यूनिवर्सिटी फैमिली ने सौंपा था रिपोर्ट


एक बड़ी खबर इलाहाबाद विश्वविद्यालय की मासिक परीक्षा को लेकर आ रही है। अभी तक आपको हमारे टेलीग्राम चैनल के माध्यम से पता तो चल ही गया होगा कि मासिक परीक्षाओं को निरस्त कर दिया गया है।

बताते चलें की 10 सितंबर को परीक्षा नियंत्रक महोदय ने तीन मासिक टेस्ट कराने के लिए दिशानिर्देश दिए थे , उस वक्त की परिस्थितियों को देखते हुए यह कदम काफी सराहनीय लग रहा था क्योंकि यह भी सेमेस्टर परिक्षाओं में आंतरिक मूल्यांकन के ही समान होता। इसी का आधार बना छात्रों को प्रोन्नत की जाने की भी बात सामने आई थी।

कई दिनों से हमारे एडमिनो को मैसेज प्राप्त हो रहे थे कि अब तक छात्रों को किसी विभागों से किसी भी प्रकार की सूचना मासिक टेस्ट से संबंधित अब तक प्राप्त नही हुई है। हमारे टीम ने इस खबर की पड़ताल की तो सही पाया गया , कई छात्रों को परीक्षा में क्या पूछा जाना था यह भी पता नहीं था और कई को यह भी नही जानकारी की कि इस टेस्ट को कैसे देना है। इसके साथ ही ऐसा मामला भी सामने आया कि विभागाध्यक्ष द्वारा एक ही समय पर दो-तीन विषयों का टेस्ट कराने का नोटिस सामने आया। कॉलेजों में तो छात्रों की बुरी स्तिथि थी वहाँ पर मासिक टेस्ट की स्पष्ट रूप से सूचना ना तो छात्रों को थी ना ही विषयाचार्यों को , एक छात्र को जब जानकारियाँ समझ नही आई और उसने ज्यादा जानने की मंशा जाहिर की तो उसे धमकाए जाने की बात सामने आई उसे कहा गया कि जितनी सूचना है उसी से संतुष्ट रहिए अन्यथा मासिक टेस्ट में इसके परिणाम भुगतने पड़ सकतें हैं।

इन्हीं सब की जानकारी हमारे टीम के फाउंडर अंकित द्विवेदी जी को हुई तो वो भावुक हो उठे , उन्होंने तो छात्रों से अपील भी की और कहा कि चिंता न करिए मैं आप सबके साथ खड़ा हूं।कल देर शाम हमारी छोटी बहन अंतिम वर्ष की छात्रा ने खुदकुशी करने का प्रयास किया, यह कदम काफी डरवाना था और साथ ही हममें चेतना जगाने वाला भी। इसकी जानकारी हमारी टीम ने सहायक जनसंपर्क अधिकारी को दी। जिसके बाद से प्रशासन में हड़कंप मच गई , जल्दी में उन्होंने छात्रा का हाल जाना और कर्नलगंज थाने के संज्ञान में भी इस प्रकरण को लाया। आज सुबह प्रॉक्टर महोदय से जब इस संबंध में वार्ता की तो उन्होंने प्रशासन को जिम्मेदार मानने से इंकार कर दिया ,जिसके बाद उनसे काफी नोक-झोंक हुई। उसी क्रम में आज दोपहर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी फैमली ने सभी छात्रों से उनके सुझाव मांगे जिसमे 1700 से अधिक छात्रों ने मासिक टेस्ट परीक्षा को निरस्त करने का चुनाव किया। इसी को आधार बना परीक्षा नियंत्रक जी के समक्ष यह रिपोर्ट प्रस्तुत की और त्वरित संज्ञान ले इसपर जल्द निर्णय लेने की बात कही।

परीक्षा नियंत्रक जी ने इस मामले में हमारी बात को सही पाया जिसके बाद आज देर शाम मासिक टेस्ट को निरस्त किये जाने के दिशानिर्देश भी जारी किए।

हमारी जीत हुई, आम छात्रों की जीत हुई। ऋणी हैं हम सभी परीक्षा नियंत्रक महोदय को जिन्होंने आम छात्रों की विवशता को समझा।

यदि कहीं छात्र हितों की बात है तो इलाहाबाद यूनिवर्सिटी फैमिली आप सभी के साथ खड़ी रहेगी क्योंकि हम अपने परिवार से हैं और हमारा परिवार यहाँ के छात्र- छात्राएं हैं।


वीडियो में समझिए : 


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