बाबा साहेब वाहिनी प्रदेश अध्यक्ष बन पहली बार छात्रसंघ इलाहाबाद विश्वविद्यालय पहुंचे पूर्व उपाध्यक्ष चंद्रशेखर, बोलते बोलते हुए भावुक

इलाहाबाद विश्वविद्यालय हमेशा से राजनीतिक नर्सरी रही है। देश के सभी राजनीतिक पदों को सुशोभित करने वाले ऐतिहासिक इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ नव सृजित युवाओ के बीच अपनी नेतृत्व देने की जद्दोजहद में हैं। उत्तर प्रदेश की सियासत में इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ की कोख से निकले छात्रनेताओ ने अपनी साख व धाक दोनो बनायी हैं। इसी बीच इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष को समाजवादी पार्टी के विंग बाबा साहब वाहिनी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है जिसको लेकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र छात्रनेताओं के बीच खुशी की लहर थी।

जब से इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को सूचना मिली थी कि उनका पदाधिकारी छात्रसंघ पर पहली बार प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद आ रहा है। उसके बाद से ही सोशल मिडिया के जरिए स्वागत व प्रयागराज में उपस्थित छात्रनेताओं ने जोरदार स्वागत की तैयारी की थी। दोपहर चंद्रशेखर अपने काफिले के साथ छात्रसंघ भवन इलाहाबाद विश्वविद्यालय पहुंचे।

बताते चले कि सैकड़ो समर्थको व साथियों के बीच चंद्रशेखर चौधरी ने लाल पद्मधर को माल्यार्पण कर अपने भाषण का शुरूआत किया। चंद्रशेखर अपने विश्वविद्यालय जीवन व अपनी उतार चढ़ाव भरी छात्रसंघ के सफर का जिक्र करते हुए भावुक गए। ज्ञात हो कि चंद्रशेखर चौधरी इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ में कला संकाय अध्यक्ष भी रहे थे। पहली बार संकायाध्यक्ष नाम का शब्द चंद्रशेखर चौधरी के ही कार्यकाल में चर्चे मे आया और छात्रहित के मुद्दे पर चंद्रशेखर ने आत्मदाह तक का प्रयास किया था। छात्र-छात्राओं के अपार समर्थन के बाद चंद्रशेखर चौधरी 2017 छात्रसंघ चुनाव में संकायाध्यक्ष के बाद छात्रसंघ के उपाध्यक्ष के पद पर काबिज हुए।

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