बिग ब्रेकिंग : UPSC की तैयारी कराएगा इलाहाबाद विश्वविद्यालय, 75000 से ऊपर मिलेंगे स्काॅलरशीप, ये होगा इलिजिबिलिटी क्रिटेरिया


Allahabad University : इलाहाबाद विश्वविद्यालय को भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा देश के उन 31 विश्वविद्यालयों में चुना गया है। जहाँ कि मंत्रालय डाॅ अंबेडकर सेंटर फाॅर एक्सीलेंस स्थापित करने का निर्णय लिया है। इस बात की जानकारी इलाहाबाद विश्वविद्यालय से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी है और बताया कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है। आइए देखते है इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा जारी पूरी प्रेस विज्ञप्ति व जानकारी।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा जारी सूचना -

इलाहाबाद विश्वविद्यालय कुछ वर्ष पूर्व तक सिविल सेवा तैयारी के लिए अभ्यर्थियों की पहली पसंद होता था और यहां से बड़ी संख्या में इन परीक्षाओं में अभ्यर्थियों का चयन भी होता था। देश के हर विभाग में यहां से तैयारी कर उत्तीर्ण लोग उच्च पदों पर आसीन आज भी आसीन हैं। पिछले कुछ वर्षों में यहॉ तैयारी कर रहे अभ्यर्थी चयन में पिछड़ने लगे थे। इस दिशा में स्थितियों को पुनः सुधार विश्वविद्यालय मैं शैक्षणिक सुधार से भी जुड़ा हुआ है इस बात को समझते हुए माननीय कुलपति प्रो संगीता श्रीवास्तव ने लगातार प्रयास किए हैं जिनमें विश्वविद्यालय में नए शिक्षकों की नियुक्ति से लेकर बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाएं बनाने के जैसे कदम शामिल हैं । इनसे विश्वविद्यालय के छात्र प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे ही और आगे चलकर उनको बेहतर तैयारी करने में भी मदद मिलेगी। यहां से तैयारी कर रहे अनुसूचित जातियों के अभ्यर्थियों को मदद करने के लिए कुलपति प्रो संगीता श्रीवास्तव के प्रयासों के फलस्वरूप इलाहाबाद विश्वविद्यालय उन 31 चुनिंदा विश्वविद्यालयों में से है जिसमें भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा डॉ अंबेडकर सेंटर फॉर एक्सीलेंस स्थापित करने का निर्णय लिया है । इसके लिए विश्वविद्यालय एवं मंत्रालय के बीच में एक एमओ यू पर 22 अप्रैल 2022 को माननीय राज्यपाल महोदया श्रीमती आनंदीबेन पटेल एवं  केंद्रीय  मंत्री, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, श्री वीरेंद्र कुमार, की उपस्थिति में बी एच यू , वाराणसी में हस्ताक्षर किए गए। विश्वविद्यालय में इस योजना के कार्यान्वयन की तैयारी शुरू कर ली गई है और शीघ्र ही यह डॉ अम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र , योजना के अंतर्गत कार्यान्वयित हो जाएगा। इस योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों को 1 वर्ष के लिए सिविल सर्विस परीक्षाओं की कोचिंग दी जाएगी ताकि वे बेहतर तैयारी कर इन परीक्षाओं में उत्तीर्ण हो और सिविल सेवा में पहुंच सके। इसके लिए प्रतिगोगिता के द्वारा 100 छात्रों का चयन किया जाएगा जिनमें 33% सीटें महिला अभ्यर्थियों के लिए रखी गई हैं। उपयुक्त महिला अभ्यर्थी न मिलने पर इन सीटों पर पुरुष अभ्यार्थी लिए जा सकेंगे। चयनित अभ्यार्थियों को 1 वर्ष के ऊपर  स्कालरशिप सहित आने वाले ₹75,000 का खर्च मंत्रालय द्वारा वहन किया जाएगा। इस योजना को कार्यान्वित करने के लिए चयनित विश्वविद्यालय के एक शिक्षक की नियुक्ति केंद्र के डायरेक्टर के रूप में की जाएगी। इसके अतिरिक्त, अभ्यर्थियों की तैयारी में मदद करने के लिए तीन कांट्रेक्चुअल टीचर भी नियुक्त किए जाएंगे जिनको इसके लिए मानदेय दिया जाएगा। डर उत्कृष्टता केंद्र में चयनित अभ्यार्थियों को इंटरनेट, वाईफाई, लाइब्रेरी आदि सुविधाएं भी दी जाएंगी ताकि उनकी तैयारी निर्बाध रूप से कराई जा सके । एक छात्र को उत्कृष्टता केंद्र पर 1 वर्ष की अवधि के लिए ही कोचिंग दी जाएगी और यदि वे इस दौरान 15 दिन से ज्यादा अनुपस्थित रहते हैं तो उनका पंजीकरण समाप्त कर दिया जाएगा और उनको स्कॉलरशिप का पैसा भी वापस करना पड़ेगा । अम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र के लिए सभी छात्रों का चयन प्रतियोगिता के द्वारा किया जाएगा। इस प्रकार के केंद्र की स्थापना न सिर्फ सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग के सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण है वरन इससे शहर के अन्य प्रतियोगी परीक्षार्थियों का भी उत्साहवर्धन होगा। इसके फलस्वरूप और ज़्यादा छात्र सिविल सेवा में चयनित हो विश्वविद्यालय एवं शहर को पुनः गौरवान्वित करेंगे।

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