
ALLAHABAD UNIVERSITY : इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है जहाँ इलाहाबाद विश्वविद्यालय मुख्य परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर रामेन्द्र सिंह ने इस्तीफ़ा दे दिया है और इसे मंजूरी भी मिल गयी है। बताते चले कि पिछले कयी महीनों से मुख्य परीक्षा नियंत्रक इस्तीफ़ा दे रहे थे लेकिन इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन बार बार उनके इस्तीफ़े का नामंजूर करता रहा। लेकिन पुन: व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए प्रोफेसर रामेन्द्र सिंह ने इस्तीफ़ा दिया और इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने न चाहते हुए भी उनका इस्तीफ़ा स्वीकार किया।
ज्वाइंट रजिस्ट्रार एके कन्नौजिया को मिला चार्ज -
इलाहाबाद विश्वविद्यालय कुलसचिव द्वारा जारी दिनांक 31 मार्च 2022 के नोटिफिकेशन 05/R/625/2022 के अनुसार इलाहाबाद विश्वविद्यालय कुलपति के निर्देशानुसार सह कुलसचिव एके कन्नौजिया को इलाहाबाद विश्वविद्यालय मुख्य परीक्षा नियंत्रक का अतिरिक्त कार्यभार अग्रिम सूचना तक सौंपा गया है। बताते चले कि सोमवार से वह अपना कार्यभार संभालेंगे।
इमानदार व कर्तव्यनिष्ठ है प्रोफेसर रामेन्द्र -
बताते चले कि प्रोफेसर रामेन्द्र सिंह ने मुख्य परीक्षा नियंत्रक का अतिरिक्त कार्यभार 03 दिसंबर 2018 को संभाला था, अपने इमानदार व कर्तव्यनिष्ठ छवि के लिए जाने जाने वाले अधिकारी प्रोफेसर रामेन्द्र सिंह ने हमेशा से अपने को विवादों से दूर रखते हुए छात्र-छात्राओ के हर मुद्दे पर मिलाजुला निर्णय लिया है, एक तरफ जहां प्रोफेसर रामेन्द्र सिंह गलत चीजों पर कठोर दिखते है छात्र-छात्राओ के हित के लिए हमेशा सहज व सौम्य व्यवहार रहा है। इनके इस कार्यकाल में आम छात्र हो या कोई विशेष सबको अपने बातों का रखने का समान अवसर प्राप्त हुआ है लिहाजा छात्र-छात्राओ का भी भरपूर सहयोग व समर्थन प्रोफेसर रामेन्द्र सिंह ने निर्णयों पर हमेशा से मिला है। आज दिनांक 31 मार्च 2022 को उनका कार्यकाल खत्म हुआ।
प्रोफेसर रामेन्द्र के बिना ऑनलाइन परीक्षा चुनौतीपूर्ण -
ज्ञात हो इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार ऑनलाइन परीक्षा 2020 में प्रोफेसर रामेंद्र सिंह के ही कार्यकाल में हुआ था, साथ ही साथ छात्र-छात्राओ के ग्रिवांस को त्वरीत रूप से हमेशा संज्ञान लेकर काॅपी जमा कराने से लेकर, मंगाने से लेकर, संयोजन, समायोजन के बाद एक सामान्य प्रकिया से ही रिजल्ट जारी करने तक की जद्दोजहद प्रोफेसर रामेन्द्र सिंह ने की है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जब ऑनलाइन परीक्षाओ या प्रोमोशन का कोई भी निर्णय हुआ है उसमे बडी चुनौती परिणाम को लेकर रहती है। लेकिन प्रोफेसर रामेन्द्र की नीतियों ने कभी भी छात्र-छात्राओ को निराश नही किया है, परीक्षाओ को लेकर भले कोई प्रोटेस्ट हुआ तो लेकिन परिणाम को लेकर कभी किसी प्रकार की कोई परेशानी नही आयी है। प्रोफेसर रामेन्द्र सिंह के इस इस्तीफे का प्रभाव इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ-साथ कही न कही छात्र-छात्राओ के परिणाम पर भी पड सकता है। जरूरी है कि प्रोफेसर रामेन्द्र सिंह का सहयोग परीक्षा नियंत्रक कार्यालय को मिलता रहे। यही वजह है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन प्रोफेसर रामेन्द्र सिंह के इस्तीफे को बार बार अस्वीकृत कर रही थी लेकिन पुन: व्यक्तिगत कारणो का हवाला देने के कारण इलाहाबाद विश्वविद्यालय को मजबूरन उनके इस्तीफे को स्वीकार करना पडा।
ऑनलाइन परीक्षाओं में अभूतपूर्व परिणाम -
इलाहाबाद विश्वविद्यालय परीक्षा नियंत्रक के तौर पर प्रोफेसर रामेन्द्र सिंह ने कोविड काॅल में परेशान छात्र-छात्राओ के लिए हर संभव सहयोग के लिए असाइनमेंट बेस्ड प्रैक्टिकल, ऑनलाइन एग्जाम, प्रोमोशन के साथ-साथ कयी अभूतपूर्व निर्णय लिए है जिसे कि कभी सार्वजनिक तौर पर नही कहा गया है। उनमे सबसे बडी निर्णय कि किसी भी छात्र-छात्राओ को फेल नही किया गया अर्थात न्यूनतम प्रतिशत दिया गया, इम्प्रूवमेंट प्रणाली में अगर छात्र अनुपस्थित रहा या फेल रहा तो पुराना रिजल्ट ही दिया गया जिससे बच्चो को मानसिक दबाव न बने। तमाम परिणामों को एक सप्ताह के अंदर सुधार कर जारी किया, तमाम काॅपिया जो नही पहुंची किसी कारणवश उनका लास्ट स्केलिंग प्रकिया के तहत परिणाम जारी कर छात्र-छात्राओ को पास किया। छात्र-छात्राओ के सहयोग में प्रोफेसर रामेन्द्र सिंह के निर्णय हमेशा अभूतपूर्व रहे है। लिहाजा अब यह चुनौतीपूर्ण है कि क्या छात्र-छात्राओ को यह राहत मिल पाएगा या इन सब चीजो से छात्र-छात्राओ को वंचित होना पडेगा चूँकि आगामी परीक्षाओ में प्रोफेसर रामेन्द्र सिंह ने अपने इस प्रणाली को जारी रखने के मौखिक तौर पर बात कही थी।
खैर परीक्षा नियंत्रक के तौर पर प्रोफेसर रामेन्द्र सिंह कार्यकाल यादगार रहेगा, ऑनलाइन परीक्षाओ का इतिहास आपसे ही शुरू हुआ और शायद खत्म भी। आपको बहुत बहुत धन्यवाद व आगामी मुख्य परीक्षा नियंत्रक के चार्ज पर एके कन्नौजिया को बहुत बहुत शुभकामनाएँ। आशा है आपका भी कार्यकाल छात्र-छात्राओ के हक अधिकार का ख्याल रखेगा। बाकी हर छोटी बडी अपडेट के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल व वेबसाइट के खबरो से अपडेट रहिए। अगर आप वेबसाइट पर पहली बार आए है तो सबसे तेज अपडेट पाने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल से जुडिए जिसका लिंक नीचे हरे पट्टे मे दिया गया है।